AdministrationState

जिले के विद्यालय भी बालिकाओं के लिए सुरक्षित नहीं – नवादा |

गुरु शिष्या की कौमार्यता से कर रहे खिलबाड़, मामला सामने आया तो अव काश लेकर हो गये फरार
-जांच में जुटी पुलिस

रवीन्द्र नाथ भैया |

कहने को तो जिला में पुलिस का नहीं बल्कि अपराधियों का राज चल रहा है। जहां जब चाहे हत्या, चोरी, छिनतई से लेकर दुष्कर्म की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। पांच वर्षीय काव्या की अपहरण बाद हत्या का मामला का उद्भेदन भी नहीं हुआ कि ताजा मामला सामने आ गया।
जिले के विद्यालय भी अब बालिकाओं के सुरक्षित नहीं रह गया है। पकरीबरावां के एक इंटर विद्यालय में प्रधानाचार्य ने ही अपनी शिष्या के साथ 20 जनवरी की संध्या करीब तीन बजे कार्यालय कक्ष में दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। बालिका को बेहोशी की हालत में उसके घर पहुंचा परिजनों को मुंह खोलने पर बुरे अंजाम की चेतावनी दी। और तो और आरोपी अवकाश लेकर फरार हो गया।
हद तो तब हो गयी जब पूर्व विधायक समेत पुलिस पदाधिकारी तक मामले को दबाने में लगा गये। कहते हैं पाप छुपता नहीं सो पीड़ित की हालत जब बिगड़ने लगी तब आनन फानन में परिजनों ने 112 को सूचना दी। अपराध की नजाकत को देखते हुए पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी ने घटनास्थल का जायजा लिया तथा पीड़ित बालिका को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। चिकित्सकीय जांच व इलाज आरंभ किया गया है।
बताया जाता है कि विद्यालय में कुल 15
शिक्षकों में से 12 बीपीएससी के शिक्षक हैं तथा शेष तीन में से शारीरिक शिक्षक वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के चकवाय गांव के विजय कुमार प्रधानाचार्य के पद पर काबिज हैं। कार्यालय कक्ष में प्रधानाचार्य के अलावा लिपिक रहते हैं लेकिन घटना के वक्त लिपिक कहां थे इसका जबाब वे भी नहीं पा रहे हैं।
आरोपी के फरार होने या फिर अवकाश में जाने के बाद फिलहाल सकलदेव राम प्रभार में।
जैसा कि आमतौर पर पुलिस का बयान होता है सूचना मिली है, मामले की जांच की जा रही है, आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लेकिन सबसे बड़ा सवाल:- का वर्षा जब कृषि सुखानी? जब शिक्षा का मंदिर ही दुष्कर्म का अड्डा बन जाय तब ऐसी शिक्षा से क्या लाभ? ऐसे में घटित घटना पुलिस के लिए अतिरिक्त कमाई का साधन भले ही हो, लेकिन कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button