अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर पौधारोपण – पश्चमी चंपारण |
युवाओं के लिए रोजगार एवं स्वास्थ्य गारंटी सुनिश्चित करें सरकारें,
अंतराष्ट्रीय युवा दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विभिन्न सरकारों से की मांग।
सतेन्द्र पाठक |
बेतिया। अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज हम अधिवक्ता, डॉ0 सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड , डॉ0 शाहनवाज अली, डॉ0 अमित कुमार लोहिया डॉ0 अमानुल हक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा ने संयुक्त रूप मे कहा कि अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर हम विश्व भर में विगत दिनों कोरोना वायरस संक्रमण, विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं, युद्ध ग्रस्त देशों में मारे गए युवाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इस अवसर पर डॉ0 एजाज अहमद एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल ने संयुक्त रूप से कहा कि प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है, विश्व में वर्तमान समय में 35 वर्ष तक के युवाओं की संख्या लगभग 65 प्रतिशत है, आज पूरा विश्व विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहा है, बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन के अभाव में हमने अपनों को खोया है। लाखों बच्चे अनाथ एवं लाखों युवा महिलाएं विधवा हो गई हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व समुदाय पर मानव इतिहास की सबसे जटिल परिस्थिति आ खड़ी हुई है! भारत समेत विश्व के लाखों युवाओं ने अपनी नौकरियां खोई हैं। यह ऐसा समय है, जब हमें अपने युवाओं को रोजगार एवं स्वास्थ गारंटी सुनिश्चित करनी है। इस अवसर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विभिन्न सरकारों से यह मांग करती है कि सरकार युवाओं के लिए रोजगार एवं स्वास्थ्य गारंटी सुनिश्चित करें, इस दिशा में भारत सरकार एवं संयुक्त राष्ट्र संघ को ठोस कदम उठाने की जरूरत है, इस दिशा में भारत सरकार विश्व समुदाय एवं संयुक्त राष्ट्र संघ को कानून बनाने की जरूरत है, ताकि भारत एवं विश्व के करोड़ों युवाओं के जीवन को हम सुरक्षित कर सके। इस अवसर पर बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के डॉ0 एजाज अहमद, डॉ0 सुरेश कुमार अग्रवाल, डॉ0 अमित कुमार लोहिया ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय युवा वर्ष संयुक्त राष्ट्र महासभा , संकल्प 34/151 द्वारा, 1985 को अंतर्राष्ट्रीय युवा वर्ष के रूप में नामित किया गया: दस साल बाद यानी 1995 में कुछ दिशानिर्देश और नियम स्थापित किए गए ताकि दुनिया भर के युवा लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए मिलकर काम करने में मदद मिल सके। शिक्षा, रोजगार, गरीबी, स्वास्थ्य, पर्यावरण, अपराध, नशीली दवाओं के दुरुपयोग, एचआईवी और एड्स, लड़कियों और युवा महिलाओं, भागीदारी, वैश्वीकरण, अंतरजनपदीय संबंध, युवा संघर्ष, संचार प्रौद्योगिकी, और अवकाश कुछ क्षेत्रों को युवाओं के लिए प्राथमिकता पर नामित किया गया था।
1998 में युवाओं के विश्व सम्मेलन के पहले सत्र द्वारा 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में घोषित करने का एक प्रस्ताव अपनाया गया था। इसे संयुक्त राष्ट्र (लिस्बन, 8-12 अगस्त 1998) के सहयोग से पुर्तगाल सरकार द्वारा आयोजित किया गया था।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2009 में संकल्प 64/134 को अपनाया और 12 अगस्त 2010 से शुरू होने वाले वर्ष को अंतर्राष्ट्रीय युवा वर्ष घोषित किया। यह दिन दुनिया भर में सरकारों, नागरिक समाज, व्यक्तियों और समुदायों को स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय गतिविधियों का समर्थन करने का आह्वान करता है।