मौसम की खुशनुमा मिजाज होते ही झूमने लगे कांवरिया – नालंदा ।
यात्री आश्रय स्थल पर ठहरने के लिये रजिस्ट्रेशन कराते कांवरिया
सतेंद्र कुमार ।
श्रावणी मेले को लेकर पर्यटन स्थल राजगीर में कांवरियों की भीड़ बढ़नी शुरू हो गई है। लगातार झमाझम बरिश से लोगों ने राहत के सांस ली वही मौसम की खुशनुमा आनंद में कांवरिया लोग झूमते नजर आ रहे हैं। गर्मजल के कुंडों में स्नान कर थकान दूर करने के बाद कांवरिया पहाड़ों की ट्रैकिंग का भी खूब आनन्द ले रहे हैं। इधर नगर परिषद द्वारा देश के विभिन्न प्रदेशों और जिलों से आये कांवरियों के ठहरने के लिये मलमास मेले की तरह श्रावणी मेला क्षेत्र में अलग अलग चार जगहों पर भव्य यात्री आश्रय स्थल बनाया गया है,
जहां एक बार में एक साथ हजारों कांवरिया विश्राम करते हैं। वरीय वार्ड पार्षद डॉ अनिल कुमार कहते हैं कि सभी यात्री आश्रय स्थल पर पेयजल, शौचालय, साफ -सफाई, सुरक्षा और रोशनी का पुख्ता प्रबंध किया गया है। उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम होने के कारण कांवरियों के ठहरने के लिए जर्मन हैंगर के अलावे वाटरप्रूफ पंडाल बनाया गया है। उनके अनुसार युवा छात्रावास (मेला थाना) क्षेत्र में दो यात्री आश्रय स्थल बनाया गया है। इसके अलावा सूर्यकुंड, ब्रह्मकुंड और गढ़ महादेव मंदिर के समीप भी यात्री स्थल बनाया गया है। ताकि अलग-अलग जगहों पर कांवरिया विश्राम कर सकें। मेला ठेकेदार नवीन कुमार सिंह, परमानन्द कुमार, श्रवण कुमार तुफानी, संतोष कुमार, संन्टु , गौतम सिंह ,बली सिंह एवं अन्य बताते हैं कि मेला क्षेत्र में तरह तरह की दुकानें लगायी गयी है। मेला से कांवरिया बर्तन, वस्त्र, बांस के बने सामान, खिलौना आदि की दुकानें लगी है। नाश्ता और भोजन के लिये अनेकों होटल खोला गया है। महिलाओं का आकर्षण मीना बाजार बन गया है। शाम के समय तो भीड़ जबरदस्त हो जाती है। विद्युत कार्यपालक अभियंता सन्नी कुमार ने बताया कि मेला क्षेत्र में रोशनी का उत्तम प्रबंधन किया गया है। सभी यात्री आश्रय स्थल पर बिजली कनेक्शन किया गया है। सभी जगहों पर अग्निशमन वाहन भी तैनात किया गया है। ताकि विपरीत परिस्थितियों से आसानी ने निपटा जा सके। झारखंड के पलामू की कांति देवी बताती हैं कि मेला की व्यवस्था बहुत बढ़िया है। पंडाल नहीं होता कांवरिया बम कहाँ और कैसे ठहरते। डॉ अनिल कुमार बताते हैं कि सभी यात्री आश्रय स्थल पंडाल में कांवरियों को नि: शुल्क ठहरने की व्यवस्था की गयी। केवल आधार कार्ड के साथ कांवरियों को ठहरने के लिये रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि गर्मजल के कुंडों और मेला क्षेत्र का नियंत्रण सीसीटीवी कैमरे से की जा रही है। मेला क्षेत्र और कुंडों में अलग-अलग जगहों पर 100 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। थानाध्यक्ष चन्द्रभानु ने बताया कि मेला क्षेत्र में सुरक्षा के लिये यात्री आश्रय स्थल पर , मेला क्षेत्र और ब्रह्मकुंड क्षेत्र में पुलिस को तैनात किया गया है। इसके अलावे पैदल गश्ती की भी व्यवस्था है।