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सीएम करेंगे पौरा गांव में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का लोकार्पण – नवादा ।

15 को मुख्यमंत्री आएंगें नवादा

वारिसलीगंज नगर परिषद के लोगों ने गंगा जल योजना का लाभ दिलाने का सीएम से किया मांग

रवीन्द्र नाथ भैया ।

नगर परिषद के लोगों के घर तक गंगा जल पहुंचने का इंतजार खत्म होने में अब महज दो दिन शेष बचे है। 15 दिसम्बर को नगर परिषद के कुल 44 वार्डो में से 23 वार्डों में प्रथम चरण में गंगा जल पहुंचने लगेगा। शेष 21 वार्डो में दूसरे फेज में गंगा जल की आपूर्ति की जाएगी।
गंगा जल उद्वह योजना से जलापूर्ति का उद्घाटन के लिए 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पौरा पहुंचने वाले हैं, जिसका ट्रायल देखकर आप भी चौंक जाएंगे। जलापूर्ति योजना के ट्रायल में जो दृश्य सामने आया है उसे देखकर हर लोग अचंभित हैं। दरअसल नगर में गंगा जलापूर्ति को लेकर तैयारी अंतिम चरण पर है, उसको लेकर शहर में ट्रायल शुरू कर दिया गया है।
इस क्रम में नगर के बिजय बाजार मोड़ में बिछाया गया भूमिगत पाइप लाइन से जलधारा निकलने लगा, जिसके बाद उक्त मार्ग पर हजारों लीटर गंगा जल बर्बाद होने लगा। लोग इसे देखकर काफी अचंभित हुए। लोगों में चर्चा है कि नवादा की धरती पर गंगा जल उतरते ही नवादा को पवित्र कर दिया। फिलवक्त पाइप लाइन में सही से ज्वाइंट नहीं होने के कारण पानी सड़क पर तेजी से बहने लगा जिससे हजारों लीटर पानी बर्बाद होने लगा। हालांकि दोपहर को विभागीय कर्मी वहां पहुंचकर बर्बाद हो रहे गंगा जल को बंद किया, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली।
बता दें कि सड़क पर बह रहे गंगा जल सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विभाग एक्शन में आया।
ज्ञात हो कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गंगा उद्वह योजना के तहत 15 दिसम्बर को सदर प्रखंड के पौरा गांव में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का लोकार्पण करने आ रहे हैं, इसको लेकर पौरा गांव ही नहीं पूरे शहर को चकाचक किया जा रहा है। प्रशासन मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटी है। पौरा में उक्त योजना के लोकार्पण सीएम पदाधिकारियों के साथ बैठक कर जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी लेंगे।
मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व सोमवार को जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा व विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद के साथ डीएम आशुतोष कुमार वर्मा, एसपी अम्बरीष राहुल, डीडीसी दीपक कुमार मिश्रा, सदर एसडीओ अखिलेश कुमार, सदर एसडीपीओ अजय कुमार तथा डीपीआरओ सत्येन्द्र प्रसाद सहित कई अन्य विभाग के पदाधिकारियों की टीम कार्य स्थल पर पहुंच तैयारी का जायजा ले चुके है।
मंत्री श्री झा ने नवादा शहर के निर्माणाधीन गंगा जल प्याउ वाटर स्टैंड का भी निरीक्षण भी कर चुके है।
दूसरी ओर जिले के वारिसलीगंज नगर परिषद के लोगों ने भी गंगा जल उद्वह योजना का लाभ दिलाने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की है। क्या है गंगा जल उद्वह:- योजना पटना जिले के हथिदह से लगभग 125 किलो मीटर से नालंदा के घोड़ा कटोरा, घोड़ा कटोरा से 3 किलो मीटर नवादा जिले के मोतनाजे गांव, जहां 9.89 मिलियन क्यूबिक मीटर जल संग्रह, वहां से 20 किलो मीटर भूमिगत पाइप लाइन के माध्यम से नवादा सदर प्रखंड के पौरा गांव स्थित गंगा जल शोधन संयंत्र, जहां 36 मिलियन लीटर प्रति दिन। पहले चरण में नवादा नगर परिषद के 23 वार्ड के 13 हजार 5 सौ घरों में गंगा जल आपूर्ति करने की योजना है। इसके लिए नगर परिषद में 4 संप हाउस का निर्माण किया गया है। इसके अलावा नगर के 4 स्थानों पर प्याउ का निर्माण भी किया गया है।
वारिसलीगंज नगर परिषद के लोगों ने भी गंगा जल अपूर्ति का सीएम से किया मांग:- जिले के वारिसलीगंज नगर परिषद के लोगों ने भी मुख्यमंत्री का महत्वाकांक्षी गंगा जल उद्वह योजना का लाभ दिलाने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से किया है। नगर परिषद के पूर्व वार्ड पार्षद संजय सिंह, वार्ड संख्या-21 के पूर्व पार्षद नीलम देवी तथा वार्ड संख्या-22 के पूर्व पार्षद डॉ कैलाश प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा जल संसाधन मंत्रीए संजय कुमार झा से वारिसलीगंज नगर परिषद वासियों को भी मुख्यमंत्री के भागिरथि प्रयास से नवादा के पौरा गांव से नवादा नगर परिषद क्षेत्र में गंगा जल आपूर्ति करने को लेकर खुषीउ व्यक्त करते हुए गंगा जल आपूर्ति करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि पौरा से नवादा की दूरी 15 किलो मीटर है।
वहीं पौरा से वारिसलीगंज की दूरी महज 8 किलो मीटर है, लेकिन वारिसलीगंज को इस योजना से वंचित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि जब 15 किलो मीटर की दूरी नवादा को यह लाभ मिलने जा रहा है, तो महज 8 किलो मीटर की दूरी पर रहे वारिसलीगंज को क्यों नही?
सदर प्रखंड के मोतनाजे से भूमिगत पाइप के माध्यम से पौरा पहुंचेगा गंगा जल:-
नवादा-नालंदा सीमा पर स्थित सदर प्रखंड अंतर्गत मोतनाजे गांव से गंगा जल उद्वह परियोजना के माध्यम से भूमिगत पाइप के द्वारा नवादा टाउन में गंगा जलापूर्ति करने के लिए पौरा गांव स्थित जल संसाधन विभाग द्वारा लगभग 17 एकड़ भूमि पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया गया है। मोतनाजे से पौरा 20 किलोमीटर तथा पौरा से नवादा करीब 15 किलोमीटर पाइप लाईन बिछाने का कार्य पूरा कर लिया गया है। बता दें कि इस परियोजना में शुरूआती लागत 2836 करोड़ प्रस्तावित की गई थी, लेकिन कोरोना के कारण इसका बजट में बढ़ोत्तरी हो गई, जो अब 4174 कारोड़ राशि से पूरा किया जा रहा है।
गौरतलब हो कि पहले चरण में गया, बोधगया तथा राजगीर में गंगा जलापूर्ति शुरू किया गया था। अब दूसरे चरण में नवादा गंगा जलापूर्ति किया जा रहा है। इस परियोजना को पूरा करने में आंध्र प्रदेश के मेघा इंजीनीयरिंग एंड इन्फ्रस्ट्रक्चर लिमिटेड जुटी है। इस परियोजना के तहत मोतनाजे स्थित वाटर डिटेंशन टैंक से नवादा सदर प्रखंड के पौरा को गंगा जलापूर्ति की जायेगी।
मोतनाजे से प्रति दिन 36 मिलियन लीटर गंगाजल पौरा जल शोधन संयंत्र को भेजने का काम करेगा। इस शुद्ध गंगा जल को नवादा नगर परिषद के 44 वार्डों में से 23 वार्डों में आपूर्ति किया जायेगा। इसके बाद अन्य सभी वार्डों में गंगा जल पहुंचाने का कार्य किया जायेगा।

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