प्राथमिकी दर्ज करने का दिया आदेश – नवादा |
रवीन्द्र नाथ भैया |
व्यवहार न्यायालय के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी आशीष रंजन ने कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण एवं विद्युत विभाग के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने हेतु एक आवेदन नाजीर व्यवहार न्यायालय को दिया है।
समर्पित आवेदन में कहा गया है कि न्यायिक पदाधिकारी कॉलनी में बिना अनुमति के बिजली का अर्थिगं लगाने के क्रम में शौचालय टैंक को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। क्षतिग्रस्त टैंक की मरम्मत कराने हेतु प़त्राचार के माध्यम से भवन निर्माण विभाग को सुचित किया गया। किन्तु शौचालय टैंक का मरम्मत नहीं किया गया।
आवेदन में उल्लेखित है कि श्रीरंजन के आवास के रसोईघर की ओर ही उक्त शौचालय का टैंक अवस्थित है जिससे टैंक का दुर्गंध फैलते रहता है। जिससे संक्रामक बिमारी की सम्भावना उत्पन्न हो रही है। वहीं न्यायालय जाने के क्रम में मंगलवार को श्रीरंजन का वाहन उक्त क्षतिग्रस्त टैंक में फंस गया एवं बड़ा हादसा होने से बचा। जिसे निकालने में काफी मशक्कत करना पड़ा। फलस्वरूप उन्हें अदालत पहुॅचने में विलम्ब हुआ। आनन-फानन में कार्य को दिखाते हुए सरकारी राशि के गबन का प्रयास भी किया गया है।
दोनों विभाग के कार्यपालक अभियंता के कार्य में उदासीनता एवं लापरवाही पूर्वक कार्य किये जाने के कारण अपर मुख्य मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी को मानसिक एवं शारीरिक यातना का सामना करना पड़ रहा है एवं लापरवाही पूर्वक कार्य क