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कौन रोकता है यार, कर लेने दो मस्ती
-पकरीबरांवा बाजार में यही कह रहा शराबी
रवीन्द्र नाथ भैया |
बिहार में सरकारी दुकानों पर शराब की बिक्री भले ही बंद हो लेकिन सच्चाई यह है कि घर घर शराब जब चाहो जितनी चाहो पहुंच जा रही है। उत्पाद विभाग हो फिर पुलिस महकमा शराब बंदी के दुश्मन हैं। हां! शराब दोनों विभाग के लिए मुर्गी का अंडा बनी हुई है। थानेदार से लेकर चौकीदार तक की काली करतूतों का आडियो -वीडीओ सोशल मीडिया पर वायरल होने के बावजूद कार्रवाई शून्य है। जाहिर है जब वरीय अधिकारियों की हरी झंडी हो तो फिर कहना ही क्या है।
कुछ इसी प्रकार की स्थिति पकरीबरावां बाजार में राह गुजरते देखा लेकिन प्रशासन की नजर नहीं पड़ी। घंटों शराब के नशे में धुत्त सड़क पर गिरकर शराब बंदी की सच बयां करता रहा।
अब सबसे बड़ा सवाल जब बिकता नहीं तो पीता कैसे? जब बिक रहा है लोग आराम से बाजारों में पीकर मटरगश्ती कर रहे हैं तब फिर शराबबंदी कैसी? कैमरे से बनाया गया वीडियो अगर झूठ नहीं बोल रहा तो ऐसे तत्वों को गिरफ्तार कौन करेगा एसपी साहब? इस प्रकार की सिर्फ पकरीबरावां की नहीं पूरे जिले की है। बावजूद उत्पाद व पुलिस प्रशासन कुछ लीटर शराब बरामद कर खुद अपनी पीठ थपथपाने में लगी है।