डूबते – उगते सूर्य को अर्घ्य प्रदान करने के साथ चतुर्दिवसीय महासूर्यषष्ठी व्रत का हुआ समापन
36 घंटे निर्जला उपवास के बाद व्रतधारियों ने किया पारण, छठ घाटों पर आस्था का उमड़ा जनसैलाब
-प्रशासन ने किया था सुरक्षा व्यवस्था का व्यापक व्यवस्था
रवीन्द्र नाथ भैया ।
जिले में प्रशासन की व्यापक सुरक्षा के बीच लोकआस्था का चतुर्दिवसीय महापर्व सूर्य षष्ठी व्रत का डूबते व उगते सूर्य को अर्घ्य समर्पित के साथ समापन हुआ। छठ घाटों पर आस्था जनसैलाब के बीच 36 घंटों का निर्जला उपवास का पारण के साथ समापन हुआ।
जिले के प्रसिद्ध नगर के मिर्जापुर, शोभमंदिर, गढ़ पर, बुधौल, अयोध्या धाम, नारदीगंज प्रखंड क्षेत्र के ऐतिहासिक सूर्य मंदिर हंडिया, नरहट प्रखंड क्षेत्र के झिकरुआ, अकबरपुर प्रखण्ड क्षेत्र के पिरौटा सूर्य मंदिर पर आस्था की भीड़ ऐसी कि संभालने में स्वयं सेवकों के पसीने छूट रहे थे।
मौके पर सुरक्षा व्यवस्था के साथ व्रतधारियों की हर सुविधा उपलब्ध कराने की मुकम्मल व्यवस्था आयोजकों द्वारा की गयी थी। छठ घाटों के आसपास चाट- पकौड़े, बच्चों के मनोरंजन, लाइटिंग के साथ छठ घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया था। रास्ते की सफाई, जल का छिड़काव का विशेष ख्याल रखा गया था।
दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों के नदी तालाब आदि किनारे छठ घाटों पर भी जनास्था का सैलाब व बच्चों का मुंडन संस्कार कराया गया। इस वर्ष जलस्रोतों में पानी रहने से व्रतधारियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।
सुरक्षा व्यवस्था का कमान खुद डीएम व एसपी ने संभाल रखी थी। मौके पर अपर समाहर्ता चन्द्रशेखर आजाद समेत अन्य लोग मौजूद थे।