आहर में अत्यधिक पानी के भरने से डूबी धान की फसल – नवादा ।
रवीन्द्र नाथ भैया ।
कहते हैं किसी के लिये बारिश वरदान है तो किसी के लिए नुकसान। जिले में बर्षापात की कमी का दंश किसान झेल रहे हैं। पिछले दो दिनों के अंदर हुई अच्छी बारिश से भूमि में नमी आयी है। हांलाकि भूगर्भीय जलस्तर में कोई सुधार नहीं हुआ है।
दूसरी ओर नेशनल हाईवे 20 निर्माण के क्रम में पथ किनारे पैन के भर दिये जाने के कारण रजौली से लेकर नवादा तक जगह जगह जल जमाव होने से पूर्व से घर बनाकर रह रहे लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। ओर तो और और खेतों में पानी भरने से धान की फसलों को व्यापक पैमाने पर क्षति हुई है।
ताजा मामला जिले के अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के डीही व रजौली प्रखंड क्षेत्र के अंधरवारी महादलित टोला का है। डीही गांव के प्रगतिशील किसान सह समाजसेवी ललन सिंह ने बिजली मोटर पंप के सहारे बारह एकड़ भूमि में धान की रोपण करायी। जलजमाव होने से फसल डूबने से व्यापक पैमाने पर नुकसान हुआ है। धान के पौधे के सड़ने के कारण खेत खाली खाली होने से उनकी परेशानी बढ़ गयी है। सबसे बड़ा सवाल धान की मोरी आयेगी कहां से?
दूसरी ओर अंधरवारी महादलित टोला में जलजमाव होने से घरों में पानी भरने से घरों के गिरने का खतरा उत्पन्न हो गया है। बावजूद शासन प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं जा पा रहा है।