बीपीएससी परीक्षा में नवादा नगर की बेटी ने लहरायी परचम बनी प्रेरणाश्रोत – नवादा |
रवीन्द्र नाथ भैया |
कहते हैं मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती और बेटियां हमेशा से मेहनत में अव्वल रही हैं। इसी को चरितार्थ कर नवादा नगर की एक बेटी ने बीपीएससी में परचम लहराकर जिले को गौरवान्वित किया है।
नगर के माल गोदाम पोस्टमार्टम रोड निवासी अवकाश प्राप्त एसएचओ दिनकर दयाल की सबसे छोटी पुत्री अन्नु दिनकर ने 69 वीं बीपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है। इसको लेकर परिवार ही नहीं बल्कि आस.पड़ोस के लोगों में खुशी देखी जा रही है।
बीपीएससी का परिणाम आने के बाद पूरे परिवार में खुशी का ठिकाना नहीं है। बीपीएससी में परचम लहराने वाली अन्नु दिनकर ने पत्रकारों को बताया कि यह सफलता उनको तीसरी प्रयास में मिली है। उन्होंने बताया कि बगैर कोचिंग व ट्यूशन के सेल्फ स्टडी कर यह सफलता हासिल की है। इसके लिए मेरे माता-पिता व तीन बड़ी बहनों का बड़ा अहम योगदान है। अन्नु की माता सेवानिवृत शिक्षक घनश्यामा देवी का प्रारम्भिक शिक्षा में काफी सहयोग रहा। वहीं बीपीएससी की तैयारी में सेवानिवृत एसएचओ पिता दिनकर दयाल का प्रोत्साहन ने सफलता के शिखर तक पहुंचाया है। इतना ही नहीं सेल्फ स्टडी में तीन बड़ी बहनों का भी काफी योगदान रहा है। इन्हीं सब सहयोग के कारण अन्नु ने इतनी सफलता बगैर किसी कोचिंग व ट्यूशन के हासिल कर कामयाबी के परचम को लहराने में सफल हुई है।
बताती है कि उनकी बड़ी बहन चन्द्रकला बिहार सरकार में पंचायती राज विभाग में प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर कार्यरत है, दूसरी बहन शशि प्रभा इंडियन बैंक पटना में पीओ है तथा तीसरी बहन अरूनिमा सिविल जज बनकर पटना में कार्यरत है। वहीं दो छोटा भाई यूपीएससी की तैयारी में जुटे हैं। अन्नु के माता.पिता बताते हैं कि जब बीपीएससी के दो परीक्षा में मिली असफलता से हताश हो गई तब उसे हिम्मत देकर हौसला बढ़ाने का काम किया और तैयारी में जुटे रहने के लिए प्रोत्साहित किया। इसी का परिणाम है कि अन्नु ने बीपीएससी जैसे कठिन परीक्षा में सफलता हासिल कर जिले को गौरवान्वित किया ।
अन्नु ने बताया कि मौसेरा भाई सन्नी दयाल के साथ पटना में रहकर बीपीएससी की तैयारी करती थी।सन्नी ने बीपीएससी क्वालीफाई कर डीएसपी बन राजगीर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है।