राजकीय समारोह के रूप में मनाया गया शहीद दिवस – धमदाहा / पुर्णिया |
1942 में अंग्रेज भारत छोड़ो आंदोलन में धमदाहा थाना में भारतीय तिरंगा फहराने के दौरान शहीद हुए जवानों के बलिदान दिवस पर राष्ट्रीय तिरंगा फहराया गया । राजकीय समारोह घोषित होने के बाद प्रथमबार बिहार सरकार के खाद आपूर्ति मंत्री लेसी सिंह जिला पदाधिकारी कुन्दन कुमार उपविकास आयुक्त सहिला पुलिस अधीक्षक अमीर जावेद शामिल हुए। 9:00 बजे
पुष्पांजलि अर्पित करने उपरांत स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय सत्य नारायण सिंह के पुत्र अरविंद प्रसाद सिंह के द्वारा शहीद स्मारक में 9:50 बजे झंडातोलन किया गया। शहीदों के परिजन व स्वतंत्रता सेनानी के परिजनों को मंत्री व अधिकारी ने अंगवस्त्र प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मौके पर बिहार सरकार के आपूर्ति मंत्री लेसी सिंह ने कहा 2000 के चुनाव के दौरान धमदाहा शहीद स्मारक में शामिल हुई थी उस दौरान बहुत कम लोग 25 में शामिल होते थे मन जिज्ञासा हुआ कि जिसके बदौलत आज स्वतंत्र देश के स्वतंत्र नागरिक है उसी के बलिदान दिवस पर लोग रूचि नहीं है केवल कमेटीके लोग व कुछ अन्य लोग शामिल होते थे। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश से धमदाहा के शहीद दिवस को राजकीय समारोह घोषित किये। मंत्री श्रीमति सिंह ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वतंत्रता सेनानी परिवार के रहने के कारण स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति उनका मान सम्मान बहुत ही आदरणीय भाव से रहने के कारण राजकीय समारोह घोषित किये है। अगस्त क्रान्ति दिवस पर जिला भव मनाया जाऐगा।
जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा राजकीय समारोह है जहां पर इतने मौसम खराब रहने के बावजूद यहां के स्थानीय ग्रामीणों में जो उत्साह देखने को मिला इससे साफ स्पष्ट होता है कि धमदाहा एक क्रांतिकारी की धरती है यह यहां के लोगों में शहीदों के प्रति उत्साह है। आज उन्हीं के बदौलत स्वतंत्र देश एक स्वतंत्र नागरिक है । पुलिस अधीक्षक आमिर जावेद ने कहा इन शहीदों के बदौलत आज हम देश के स्वतंत्र नागरिक कहलाते हैं आज अपनी आवाज और अधिकार स्वतंत्ररूप से भारतीय संविधान के अनुसार मौलिकअधिकार मूलभूत सुविधाओं से अपनी मान सम्मान आत्मरक्षा करते हैं। इन शहीदों के बदलत आज विश्व के सबसे पहला देश चंद्रयान पर पहुंचकर भारत ने
अपना तिरंगा फहराया है। आजके नया युवा पीढ़ी से अपील है देश की सेवा मान सम्मान को बढ़ाने में अपनी अहम योगदान भूमिका अदा करें ।