सरपंच के अजब गजब फैसले से चर्चाओं का बाजार गर्म – नवादा ।
रवीन्द्र नाथ भैया ।
जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र के अमांवा पश्चिम सरपंच पवन कुमार के अजब गजब फैसले से पंचायत के लोग हैरान हैं। उक्त फैसला उन्होंने कुंती देवी वनाम मो. अरशद आलम मामले में सुनाया है। मामला दरवाजा खोलने से जुड़ा है।
कुंती देवी को अरशद आलम के सरकारी पथ दक्षिण की ओर दरवाजा खोलने पर आपत्ति है। उन्होंने इसकी शिकायत ग्राम कचहरी में कर दरवाजा बंद कराने का अनुरोध किया था। दायर वाद के मामले में सरपंच कार्यालय से नोटिस 20/ 09/ 20240 को निर्गत कर 23/09/2024 प्रतिवादी को उपस्थित होने का आदेश निर्गत किया। चूंकि प्रतिवादी बाहर थे अतः उनकी पत्नी सरपंच कार्यालय में उपस्थित हो अपना पक्ष रखा।
पक्ष- विपक्ष ने अपना अपना पक्ष रखा। सरपंच द्वारा जारी फैसले में दक्षिण की ओर दरवाजा खोलने का आदेश निर्गत किया लेकिन शर्त रखा कि अंदर घर के कमरे का दरवाजा जो दक्षिण के कमरे में खुलता है उसे बंद कर करना होगा। इसके साथ ही घर का सदस्य दक्षिण के बजाय पूर्व की भांति उत्तर दरवाजा से निकलेंगे ताकि दोनों घर के सदस्य आमने-सामने न हो जिससे कि साम्प्रदायिक सद्भाव बिगड़े।
अब सबसे बड़ा सवाल फिर दक्षिण की ओर दरवाजा खोलने का औचित्य ही क्या जब घर के सदस्य निकल नहीं पाये? क्या कुंती देवी के घर के सामने या अगल बगल किसी और का घर का दरवाजा नहीं है? सरपंच का फैसला उचित है या फिर ज्ञान का अभाव? पंचायत में चर्चा का बाजार गर्म है।