रवीन्द्र नाथ भैया |
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा जल उद्वह योजना फेज-2 के लिए जिले के नारदीगंज प्रखंड मोतनाजे गांव और मधुबन गांव के ग्रामीण भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहे हैं।आक्रोशितों का कहना है कि जान दे देंगे मगर अपनी जमीन नहीं देंगे।
इस बीच मोतनाजे गांव के भगवान दास की संदिग्ध मौत हो गई। मृतक भगवान दास के परिजनों ने पुलिस प्रशासन द्वारा बल के प्रयोग किये जाने से चोटिल होने के कारण जाने उनकी मौत का कारण बताया है। आन्दोलनकारी पुलिस लाठीचार्ज से चोटिल होने का आरोप लगा रहे हैं।
आन्दोलनकारी सरकार द्वारा जमीन अधिग्रहण किए जाने के प्रयास का विरोध कर रहे हैं।
गंगाजल आपूर्ति योजना के पहले चरण में वाटर संग्रहण क्षेत्र का निर्माण मोतनाजे गांव की पहाड़ी के पास किया गया है, जबकि दूसरे चरण में गांव की पहाड़ी के दूसरे हिस्से का उपयोग करने के लिए ग्रामीणों की 141.03 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करना है।
ग्रामीण अपने गांव की जमीन नहीं देने को लेकर अड़े हैं।
गंगाजल आपूर्ति योजना फेज-02 के लिए मधुबन जलाशय का निर्माण कार्य करना है लेकिन ग्रामीण इसके लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं।
घटना की सूचना पर सदर अस्पताल पहुंचीं विधायक विभा देवी ने प्रशासन को बेलगाम बताया ।
इस बीच विधायक विभा देवी घटना से भावुक दिखीं। मृतक भगवान दास के परिजनो को दोषियों पर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि हमलोग कई पीढ़ियों से गांव में रहकर जीवन यापन कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से पूरे गांव को खाली कराया जा रहा है। हमें नये जगह पर नहीं जाना है। हमलोग आत्मदाह कर लेंगे लेकिन जमीन नहीं देंगे।