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बिहार और पटना ही नहीं देश का नं. 1 स्कूल बना सेंट माइकल्स हाई स्कूल – पटना |  

167 वर्षों की गौरवशाली परंपरा को मिला राष्ट्रीय सम्मान

रवि रंजन | 

पटना। शिक्षा की दुनिया में ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज करते हुए सेंट माइकल्स हाई स्कूल, पटना ने एक बार फिर अपने उत्कृष्टता के परचम को नई ऊँचाई पर पहुंचाया है।
देश के प्रतिष्ठित Educational World India School Rankings 2025-26 में इस विद्यालय को India’s No. 1 Vintage Legacy Co-educational Day School का खिताब प्राप्त हुआ है।
इसके साथ ही विद्यालय ने बिहार और पटना दोनों में प्रथम स्थान हासिल कर राज्य का गौरव बढ़ाया है।

“167 वर्षों की शिक्षा और संस्कारों की परंपरा का मिला सम्मान”

सन् 1858 में स्थापित सेंट माइकल्स हाई स्कूल अपनी 167 वर्षों की शैक्षणिक उत्कृष्टता, अनुशासन और मानवीय मूल्यों की परंपरा के लिए जाना जाता है।
इस विद्यालय से देश और विदेश में सेवा दे रहे कई प्रतिष्ठित वैज्ञानिक, उद्योगपति, प्रशासनिक अधिकारी, कलाकार और जनसेवक निकले हैं।
वर्तमान में यहाँ 4,987 विद्यार्थी 128 शिक्षकों के मार्गदर्शन में समग्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

प्राचार्य का वक्तव्य

विद्यालय के प्राचार्य फादर ए. क्रिस्टु सवरिराजन, एस. जे. ने सम्मान प्राप्त करते हुए कहा —

“देश का नंबर 1 विंटेज को-एड डे स्कूल चुना जाना न केवल शिक्षकों और विद्यार्थियों की निष्ठा और परिश्रम का सम्मान है, बल्कि यह पूरे बिहार के लिए गर्व का क्षण है। यह हमारी उस शिक्षा-दर्शन की पुष्टि करता है जो ‘4 Cs’ — Competence (कुशलता), Conscience (विवेक), Compassion (करुणा) और Commitment (प्रतिबद्धता) — पर आधारित है।”

राष्ट्रीय सम्मान समारोह

यह प्रतिष्ठित सम्मान 15 अक्टूबर 2025 को पुलमैन होटल, एरोसिटी, नई दिल्ली में आयोजित India School Rankings Awards Ceremony में प्रदान किया गया।
इस अवसर पर देशभर के शीर्ष शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सेंट माइकल्स हाई स्कूल, पटना की ओर से प्राचार्य फादर ए. क्रिस्टु सवरिराजन, एस. जे. ने यह सम्मान ग्रहण किया।

शिक्षा और संस्कार का प्रतीक

सेंट माइकल्स हाई स्कूल सदैव शिक्षा को केवल अकादमिक उपलब्धियों तक सीमित नहीं रखता, बल्कि विद्यार्थियों में सामाजिक जिम्मेदारी, नैतिकता और करुणा के गुणों का विकास भी करता है।
विद्यालय की दृष्टि है — “शिक्षा के माध्यम से जिम्मेदार, विवेकशील और सहृदय नागरिकों का निर्माण करना।”

यह सम्मान न केवल सेंट माइकल्स के शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों के लिए गर्व का अवसर है, बल्कि सम्पूर्ण बिहार के लिए प्रेरणा-स्रोत भी है।
167 वर्षों की परंपरा, मूल्य और उत्कृष्टता ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि—

“सेंट माइकल्स हाई स्कूल केवल एक विद्यालय नहीं, बल्कि शिक्षा और संस्कार की एक जीवंत परंपरा है।

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