संकल्प दिवस के बहाने सुभाष चंद्र बोस को जीकेसी ने दी श्रधांजलि – पटना ।
रवि रंजन ।
पटना : ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस ने महान क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की स्मृति में उन्हें श्रधांजलि देते हुए संकल्प दिवस का आयोजन किया। यह आयोजन जीकेसी के पटना के नागेश्वर कॉलोनी स्थित केंद्रीय कार्यालय में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान चित्रगुप्त और सुभाष चंद्र बोस की तस्वीरों पर पुष्प अर्पित कर की गई।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि जीकसी तब के इला फारमोसा (आज के ताइवान) में 18 अगस्त 1945 को हवाई दुर्घटना में मौत की खबर को सच नहीं मानती है। इसके कारण भी हैं। सुभाष बाबू के आजादी के बाद भी जीवित होने की बात समय समय पर आती रही है। इस पर विवाद भी होता रहा है। लेकिन जीकेसी साफ तौर पर इससे इत्तेफाक नहीं रखता है। इसलिए इस दिन को जीकेसी संकल्प दिवस के रूप में मनाता है।
मौके पर जीकेसी की प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस के हिम्मत, साहस और पराक्रम से हमें सीखने और उसका अनुसरण करने की जरूरत है। उन्होंने आजादी के पहले ही एक 21 अक्टूबर 1943 को अंतरीम स्वतंत्र भारतीय सरकार का गठन किया था और खुद को प्रधानमंत्री घोषित कर दिया था। यह उनके अदम्य साहस को दर्शाता है। हम सब को उनके पदचिन्हों पर चलने की जरूरत है।
इस संकल्प दिवस के अवसर पर राजीव रंजन, रागिनी रंजन, दीपक अभिषेक, संजय सिन्हा, मुकेश महान, रवि सिन्हा, आदर्श कुमार, आशुतोष ब्रजेश, अजय अम्बष्ठा, आलोक वर्मा,आर्यन और प्रसुन्न श्रीवास्तव आदि कई लोग मौजूद थे।
जीकेसी की मूंगेर जिला इकाई द्वारा भी संकल्प दिवस के अवसर पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रधांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया गया।