सिविल सर्जन ने सदर अस्पताल का किया औचक निरीक्षण – नवादा |
ओपीडी में डॉक्टर नहीं था मौजूद,एक दिन का वेतन काटने का आदेश

रवीन्द्र नाथ भैया |
जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। सदर अस्पताल में मरीजों की शिकायत पर सिविल सर्जन डॉक्टर नीता अग्रवाल सदर अस्पताल का जायजा लेने पहुंची, जहां सबसे बड़ी बात यह निकलकर आई की ओपीडी के टाइम में एक भी डॉक्टर अपने चेंबर में नहीं मिले।
सुबह 8:40 पर सिविल सर्जन डॉ नीता अग्रवाल ने सदर अस्पताल के सभी ओपीडी की जांच की। वहां एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं मिले। इसके अलावा कई नर्सिंग स्टाफ और कर्मी भी ड्यूटी पर नहीं मिले।
जानकारी के अनुसार सिविल सर्जन के निरीक्षण के दौरान महिला, शिशु, चर्म, हड्डी, जनरल मेडिसिन, आयुष, दंत समेत अन्य विभागों के डॉक्टर ड्यूटी पर उपलब्ध नहीं थे। यहां तक कि अस्पताल के उपाधीक्षक और मैनेजर भी ड्यूटी से गायब थे। इसके बाद सिविल सर्जन डॉ नीता अग्रवाल ने सभी ओपीडी की वीडियोग्राफी की और खुद कमान संभाली।
इमरजेंसी में केवल एक डॉक्टर मुकेश ड्यूटी पर मिले जो ओपीडी के साथ-साथ इमरजेंसी की कमान संभाल रहे थे।
बता दें, बुधवार सुबह एक मरीज ने सिविल सर्जन डॉ नीता अग्रवाल को फोन कर अस्पताल की वस्तु स्थिति बताई और आधे घंटे से अधिक समय तक उसे देखने वाला कोई डॉक्टर नहीं मिला।
लापरवाही देख नाराज हुईं सिविल सर्जन:-
मरीज की शिकायत पर सिविल सर्जन डॉ नीता अग्रवाल अस्पताल पहुंची और सबसे पहले इमरजेंसी की कमान संभाली, जबकि ओपीडी में सुबह 8:00 बजे से ही डॉक्टर की ड्यूटी लग जाती है. मगर 9:30 बजे तक एक भी डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं आए, जिससे खफा होकर सीएस ने सभी का एक दिन का वेतन काट लिया और सभी को नोटिस जारी करने का आदेश दिया। व्यवस्था को देखकर सिविल सर्जन काफी नाराज हुईं और मौके पर ही संबंधित अधिकारियों की फोन पर क्लास लेने लगी।
डॉक्टरों को नोटिस जारी करने का आदेश:-
लापरवाही कि यह तस्वीर देखकर सिविल सर्जन डॉ नीता अग्रवाल काफी नाराज हुईं और सभी कर्मियों को फोन पर ही सुनाने लगी। इससे खफा होकर उन्होंने सभी को नोटिस जारी करने का आदेश दिया है। बता दें, इससे पूर्व भी इस तरह की शिकायत डीएम समेत सिविल सर्जन को दी जाती थी मगर आज तक कार्रवाई नहीं होती थी। मगर आज औचक निरीक्षण कर सभी को हैरान कर दिया।