मुख्यमंत्री ने पटना जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की – पटना |
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने की कई महत्वपूर्ण घोषणायें
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रवि रंजन |
पटना : मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के क्रम में पटना जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में पटना समाहरणालय सभागार में समीक्षात्मक बैठक की।
समीक्षात्मक बैठक में पटना जिले के जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह ने पटना जिले के विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली-नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेलीमेडिसिन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हर पंचायत में 10+2 विद्यालय, ग्राम पंचायत/नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज/परिमार्जन / परिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णोद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।
समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी का इस बैठक में अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह ने पटना जिला में चल रहे विकासात्मक कार्यों की जानकारी दी है, मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। यहां उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी-अपनी बातें रखी हैं। आज हमने कई जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखा है। हम अधिकारियों से कहेंगे कि यहां जो भी जरूरतें हैं, उसे ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करें। प्रगति यात्रा के दौरान जिन जिलों का दौरा किया गया है और इस दौरान जो घोषणाएं की गई हैं उन सबको मंत्रिपरिषद् के द्वारा स्वीकृति दी गई है और जो घोषणाएं की जा रही हैं, उन सबको भी मंत्रिपरिषद् द्वारा स्वीकृति प्रदान की जाएगी। हमारा उद्देश्य है कि हर प्रकार से बिहार की तरक्की हो। वर्ष 2005 के बाद हमलोगों ने बिहार में विकास का जो काम किया है, उसे याद रखिएगा। हम प्रारंभ से ही पूरे बिहार का दौरा समय-समय पर करते रहे हैं। प्रगति यात्रा का कार्यक्रम जब बनाया गया तो अधिकारियों ने सभी जिलों की समस्याओं के बारे में जानकारी ली और हमने उस पर काम करने के लिए कहा, उन सब चीजों पर काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर, 2005 से हमलोगों ने बिहार के विकास के लिए काम करना शुरू किया, तब से निरंतर हमलोग बिहार को आगे बढ़ाने में लगे हैं। मुझे श्रद्धेय अटल
बिहारी वाजपेयी जी ने ही बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। भाजपा के साथ मिलकर शुरू से काम कर रहे हैं, अब हमेशा भाजपा के साथ ही रहेंगे और मिलकर बिहार तथा देश का विकास करेंगे। वर्ष 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी, आप सभी इससे अवगत हैं। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। हिन्दू-मुस्लिम के बीच प्रायः झगड़े होते थे जिसे हमने खत्म किया। अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, अस्पतालों में मरीजों को दवा नहीं मिलती थी। शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी। सड़कों का काफी अभाव था। जब हम सांसद थे और केन्द्र में मंत्री थे तो आवागमन की असुविधा के कारण पैदल ही घूमते थे और लोगों से मिलते थे। जब बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया, तब से बिहार की स्थिति बदली है। हर क्षेत्र में विकास के काम किए जा रहे हैं। बिहार में अब डर और भय का माहौल खत्म हो गया है। शांति एवं भाईचारा का वातावरण कायम है। बिहार में पहले बिजली की स्थिति काफी दयनीय थी। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली न के बराबर रहती थी। शहरी क्षेत्रों में लगभग आठ घंटे बिजली रहती थी। अब लोगों को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध बिजली मिल रही है। वर्ष 2006 से हमलोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी का काम शुरू कराया। अब तक 8 हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है, 1273 और कब्रिस्तानों को चिह्नित किया गया है जिसमें से 746 कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है और शेष बचे कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई जा रही है। हमलोगों ने देखा कि मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही हैं, इसे देखते हुए 60 वर्ष से पुराने मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण का निर्णय लिया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं न हो। हमलोगों ने कोई काम नहीं छोड़ा है। केंद्र सरकार से भी काफी सहयोग मिल रहा है। केंद्र सरकार के सहयोग से भी कई विकास कार्य किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से सरकारी विद्यालयों में पढ़नेवाले बच्चों के लिए पोशाक योजना की शुरुआत की गई। वर्ष 2009 से लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू की गई थी लेकिन जब लड़कों ने मांग शुरू की तो वर्ष 2010 से उनके लिए भी साइकिल योजना शुरू की गई। पहले काफी कम संख्या में लड़कियां पढ़ने जाती थीं। लड़कियों को जब साइकिल दी गई तो वे समय पर स्कूल जाने लगीं और साथ ही शाम में अपने माता-पिता को भी बाजार ले जाती हैं। यह दृश्य काफी अच्छा लगता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे बिहार में विकास का काम हमलोग करा रहे हैं। बिहार का कोई भी इलाका विकास से अछूता नहीं है। हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले 6 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटे किया गया है। इसके लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा है। बिहार में बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की बहाली की गई है। स्कूल भवनों का निर्माण कराकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास किया गया है। बड़ी संख्या में सरकारी शिक्षकों की भी बहाली की जा रही है। इसके साथ ही नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है। मदरसों को भी सरकारी मान्यता प्रदान की गई और वहां पढ़ानेवाले शिक्षकों को सरकारी शिक्षक के अनुरूप वेतन दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते थे। हमलोगों ने सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा एवं इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई, जिसके कारण अब एक माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने पहुंच रहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। बिहार का सबसे पुराना अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पी०एम०सी०एच०) को 5400 बेड की क्षमता का बनाया जा रहा है। बाकी 5 पुराने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों का भी विस्तार कर 2500 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है। आई०जी०आई०एम०एस०, पटना का भी विस्तार कर उसे 3000 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने वर्ष 2015 से सात निश्चय योजना के माध्यम से हर घर तक नल का जल, हर घर में शौचालय का निर्माण, हर घर तक पक्की गली नाली निर्माण, हर टोले तक पक्की सड़क का निर्माण, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी है। जो भी नई बसावटें बनी हैं, उनमें भी ये सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। खुले में शौच करने से लोगों को अनेक प्रकार की बीमारियां होती थीं, जिन परिवारों के घरों में शौचालय निर्माण के लिए जगह नहीं थी, उनके लिए सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया। वर्ष 2020 से सात निश्चय योजना-2 के तहत मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, टेलीमेडिसिन, बाल हृदय योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से पंचायती राज संस्थाओं तथा वर्ष 2007 से नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। इसके बाद अब तक कुल 4 चुनाव संपन्न हो चुके हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं चुनकर आई हैं। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूह की संख्या काफी कम थी। जब हमलोगों की सरकार बिहार में बनी तो हमलोगों ने वर्ष 2008 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह की संख्या को बढ़ाया। बिहार में अब स्वयं सहायता समूह की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है जिनसे 1 करोड़ 35 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। हमलोगों ने अब बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूह का गठन शुरू कराया है। हमलोगों ने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ानी शुरू की। हमने ही स्वयं सहायता समूह का नाम ‘जीविका’ किया और जीविका से जुड़ी महिलाओं को ‘जीविका दीदी कहा। हमलोगों के कार्यों से प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने भी इसे अपनाया और इसका नाम ‘आजीविका’ किया। हमलोगों ने अब बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूह का गठन शुरू कराया है। अब तक शहरी इलाकों में 34 हजार स्वयं सहायता समूह का गठन हो चुका है जिनसे 3 लाख 60 हजार जीविका दीदियां जुड़ चुकी हैं। हमलोगों ने वर्ष 2013 से पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला लिया, जिसका नतीजा है कि बिहार पुलिस बल में महिलाओं की संख्या देश में सबसे अधिक है। बिहार पुलिस में जितनी महिलाएं हैं, देश के किसी भी दूसरे राज्य के पुलिस बल में महिलाओं की संख्या उतनी नहीं है। वर्ष 2016 से हमलोगों ने सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से वर्ष 2020 के बीच में 8 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी गई। हमलोगों ने वर्ष 2020 में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। वर्ष 2025 में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। हमलोगों ने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है। सभी पार्टियों के साथ बैठक कर बिहार में जाति आधारित गणना कराई गई, जिसमें 94 लाख गरीब परिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को लघु उद्यमी योजना के तहत प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना जिला में विकास के अनेक कार्य कराए गए हैं। शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के कई कार्य किए गए हैं। यहां बी०आई०टी० मेसरा की शाखा खोली गई। साथ ही आई०आई०टी० एवं एन०आई०टी० की स्थापना की गई और उसके नये कैंपस खोले गए। चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान एवं आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। मजहरूल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। बख्तियारपुर में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की गई। राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान, महिला आई०टी०आई० और आई०टी०आई०
का निर्माण कराया गया है। यहां जननायक कर्पूरी ठाकुर अत्यंत पिछड़ा वर्ग छात्रावास का निर्माण कराया गया है। दो अन्य पिछड़ा वर्ग आवासीय विद्यालय का तथा 3 अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय का निर्माण कराया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल को 5400 बेड की क्षमता का अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त अस्पताल बनाया जा रहा है। आई०जी०आई०एम०एस० को 3000 बेड बेड का तथा एन०एम०सी०एच० को 2500 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है। यहां कई महत्वपूर्ण भवन बनाए गए है। सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र, बापू सभागार, ज्ञान भवन, सभ्यता द्वार का निर्माण कराया गया। अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बिहार म्यूजियम बनाया गया। इसे अंडरग्राउंड टनल के माध्यम से पटना म्यूजियम से जोड़ा जा रहा है। पटना म्यूजियम का उन्नयन कार्य किया जा रहा है। सरदार पटेल भवन का निर्माण कराया गया है। डॉ० ए०पी० जे० अब्दुल कलाम साइंस सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पटना में अनेक पथों, आर०ओ०बी० और फ्लाईओवर का निर्माण कराया गया है। राजा बाजार-दानापुर एलिवेटेड पथ का निर्माण कराया गया है। चिरैयाटाड़ पुल का निर्माण कराया गया है। आर० ब्लॉक के पास एलिवेटेड पथ, लोहिया पथ चक्र, पाटलि पथ एवं अटल पथ का निर्माण कराया गया है। जे०पी० गंगा फ्थ का निर्माण कराया गया है जिसमें अभी कंगन घाट तक आवागमन की सुविधा है। जे०पी० गंगा पथ का पश्चिम में कोईलवर तक तथा पूरब में मोकामा तक विस्तार किया जाएगा। बिहटा सरमेरा पथ का निर्माण कराया गया है। मीठापुर से महुली तक 12 कि०मी० एलिवेटेड पथ का निर्माण कराया गया है। कच्ची दरगाह से बिदुपुर तक सिक्स लेन ब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है। शहर में कई छठ घाट और पार्कों का निर्माण कराया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना जिला में 57 पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा चुका है और शेष 195 पंचायत सरकार भवन का निर्माण भी जून, 2025 तक पूरा करा लिया जाएगा। केंद्र सरकार है, राज्य सरकार है, उसी तरह हमने सम्मान देने के लिए सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराने का निर्णय लिया। पंचायत सरकार भवन के निर्माण से एक ही छत के नीचे ग्राम पंचायत की सभी समस्याओं का निराकरण हो सकेगा। हम सबकी इज्जत करते हैं, सबका सम्मान करते हैं। पटना जिले में हर घर बिजली पहुंचा दी गई है। यहां 17 विद्युत ग्रिड सब स्टेशन तथा 128 पावर सब स्टेशन का निर्माण कराया गया है। पटना जिला में 80 डेडिकेटेड कृषि फीडर का निर्माण कराया गया है जिससे 4427 बिजली कनेक्शन किसानों को उपलब्ध कराया गया है ताकि किसानों को कृषि कार्य में सहूलियत हो। पटना जिला में 40 हजार 726 स्वयं सहायता समूह से 5 लाख 3 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हुई हैं। जिले में 20 जीविका दीदी की रसोई संचालित है।
पटना जिले में लोगों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणायें
जे०पी० गंगा पथ को पश्चिम की ओर कोइलवर के वीर कुंवर सिंह सेतु तक तथा पूरब की ओर मोकामा के राजेन्द्र सेतु तक पुराने राष्ट्रीय उच्च पथ 31 का चौड़ीकरण करते
हुये विस्तार किया जायेगा। जे०पी० गंगा पथ के दक्षिण दीघा से सभ्यता द्वार के बीच वाले स्थान में पार्क एवं नागरिक सुविधाओं का समेकित विकास किया जायेगा।
सभ्यता द्वार को पूरब की ओर से पक्के गंगा घाट तथा पश्चिम की ओर एकता भवन से जोड़ा जायेगा तथा पटना हाट एवं पार्किंग का निर्माण किया जायेगा।
नेहरू पथ के दोनों तरफ रूपसपुर नहर से सगुना मोड़ तक भूमिगत नाले के साथ पथ का निर्माण एवं इसका चौड़ीकरण किया जायेगा।
खगौल नेहरू पथ-अशोक राजपथ तक रूपसपुर नहर पथ का चौड़ीकरण एवं निर्माण किया जायेगा।
दानापुर में नेहरू पथ से गोला रोड का चौड़ीकरण किया जायेगा।
पटेल गोलम्बर से अटल पथ तक सरपेंटाईन नाले पर अंडर ग्राउंड नाले के साथ
फोरलेन सड़क का निर्माण किया जायेगा।
राजीव नगर नाले का पक्कीकरण एवं इसके ऊपर सड़क का निर्माण किया जायेगा।
आनंदपुरी नाले का पक्कीकरण एवं इसके ऊपर सड़क का निर्माण किया जायेगा।
गायघाट-कंगन घाट-दीदारगंज तक पुराने गंगा पथ का चौड़ीकरण किया जायेगा। गायघाट में जे०पी० गंगा पथ से डाऊन रैम्प का निर्माण किया जायेगा।
पटना सिटी के मंगल तालाब का जीर्णोद्धार एवं पर्यटकीय सुविधाओं का विकास किया जायेगा।
कंगन घाट पर पटना साहिब गुरुद्वारा के निकट मल्टी लेबल पार्किंग का निर्माण किया जायेगा।
नेहरू पथ को दोनो तरफ पाटलि पथ से जोड़ा जायेगा।
मंदिरी नाला पर निर्माणाधीन 4 लेन सड़क को जे०पी० गंगा पथ से जोड़ा जायेगा।
पटना शहरी क्षेत्र में बिजली के तारों को चरणबद्ध तरीके से भूमिगत कराया जायेगा।
पटना शहर के पास एक नये अंतर्राष्ट्रीय ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण के लिए भारत
सरकार से अनुरोध किया जायेगा।
एम्स गोलम्बर-जानीपुर-पईनापुर-नेवा पथ का चौड़ीकरण किया जायेगा। साथ ही नौबतपुर लख के पास नये पुल का निर्माण किया जायेगा।
परसा-सम्पतचक सड़क का चौड़ीकरण किया जायेगा।
दीदारगंज से गौरीचक होते हुए पुनपुन तक तटबंध पथ का चौड़ीकरण करने हेतु भारत सरकार से अनुरोध किया जायेगा।
पुनपुन प्रखंड के ग्राम रसूलपुर में मोरहर नदी पर पुल का निर्माण किया जायेगा। पुनपुन स्टेशन से अकौना ग्राम होते हुए पटना रिंग रोड (बिहटा सरमेरा पथ) को जोड़ने वाले मिसिंग लिंक पथ का निर्माण किया जायेगा।
सादिकपुर-पभेड़ा-मसौढ़ी पथ के सोहगी मोड़ को पटना गया रोड के कंडाप को 2 लेन सड़क से जोड़ा जायेगा।
बख्तियारपुर में हिदायतपुर एवं मंझौली के बीच धोबा नदी पर पुल का निर्माण किया जायेगा।
बाढ़ के उमा नाथ मंदिर परिसर का सौंर्दयीकरण और नागरिक सुविधाओं का विकास किया जायेगा।
साथ ही बाढ के उमा नाथ मंदिर परिसर के समीप श्मशान घाट का विकास और
विद्युत शवदाह गृह का निर्माण किया जायेगा।
पालीगंज के उलार सूर्य मंदिर में पर्यटक सुविधाओं का विकास किया जायेगा।
पालीगंज में पुनपुन नदी पर समदा गाँव एवं गुलरिया बिगहा के बीच पुल का निर्माण किया जायेगा।
दानापुर कैंट-मनेर-बिहटा पथ का 4 लेन चौड़ीकरण किया जायेगा। पटना जिले के 13 प्रखंडों क्रमशः नौबतपुर, पालीगंज, बाढ़, बिहटा, मसौढ़ी, मोकामा, विक्रम, धनरूआ, पंडारक, फतुहा, घोसवरी, पुनपुन एवं मनेर में नये प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय भवन का निर्माण कराया जायेगा।
पटना शहर में अवस्थित विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के छात्रावासों की स्थिति का शिक्षा विभाग आकलन कराएगा एवं चरणबद्ध तरीके से उनका
जीर्णोद्धार कराया जाएगा। पालीगंज अनुमंडल में निबंधन कार्यालय खोला जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सब कामों को करा दिया जाएगा और इसके अतिरिक्त पटना जिले में जो काम बचे हैं उसे भी कराया जाएगा। बिहार के हर क्षेत्र में काम हो रहा है, आगे और तेजी से काम होगा। इसके लिए आप सबको बधाई एवं धन्यवाद देता हूँ। किसी भी पार्टी के जनप्रतिनिधि हों, उनके सुझाव का हमलोग सम्मान करते हैं। उनके इलाके की जो भी मांगें होंगी, उन सबको पूरा किया जाएगा। हमलोग किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं। हम सबके हित में काम करते रहेंगे। हम सभी लोगों के हित में शुरू से काम करते रहे हैं। आप
सभी का मैं पुनः अभिनंदन करता हूं। समीक्षा बैठक में पटना के जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह ने हरित पौधा एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
समीक्षा बैठक में केंद्रीय पंचायती राज सह मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ श्री ललन सिंह, उप मुख्यमंत्री सह पटना जिला के प्रभारी मंत्री श्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, नगर विकास एवं आवास मंत्री श्री नितिन नवीन, सांसद श्री रविशंकर प्रसाद, सांसद डॉ० भीम सिंह, विधायक श्री ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, विधायक श्री संजीव चौरसिया, विधायक श्रीमती नीलम देवी, विधायक श्री सिद्धार्थ सौरव, विधायक श्री संदीप सौरभ, विधायक श्री गोपाल रविदास, विधान पार्षद श्री नवल किशोर यादव, विधान पार्षद श्री रामवचन राय, विधान पार्षद श्री गुलाम गौस, विधान पार्षद श्री संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, विधान पार्षद श्रीमती कुमुद वर्मा, विधान पार्षद श्री नीरज कुमार, विधान पार्षद श्री रविंद्र कुमार सिंह, विधान पार्षद श्रीमती अनामिका पटेल, विधान पार्षद श्रीमती शशि यादव, पटना जिला परिषद् की अध्यक्ष श्रीमती अंजू देवी, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री अशोक कुमार, जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री अभिषेक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव, पटना प्रमंडल के आयुक्त श्री मयंक बरबड़े, पटना प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश राठी, पटना जिला के जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री अवकाश कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।