मुखिया ने पीआरएस व पीटीए पर लगाया योजना में बंदरबांट का आरोप – नवादा |
डीएम को आवेदन देकर की जांच की मांग
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रवीन्द्र नाथ भैया |
जिले में संचालित मनरेगा योजना में लूट की खुली छूट थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोशल मीडिया व अखबारों में खबरें सुर्खियों में रहती हैं बावजूद या तो जांच नहीं की जाती या फिर जांच के नाम पर अधिकारियों द्वारा मोटी रकम लेकर खानापूर्ति कर दी जाती है।
ताज़ा मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र के राजन पंचायत की है जहां मनरेगा में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध न केवल आवाज बुलंद की है बल्कि डीएम को आवेदन देकर मामले में व्याप्त अनीयमितता की जांच की मांग कर दी है।
मुखिया अंगद राम का आरोप है कि पीटीए व पीआरएस ने केवल खुद बगैर जानकारी के योजना का चयन किया बल्कि दोनों ने मिलकर घटिया काम करा राशि की बंदरबांट कर ली। ऐसा तब हुआ जब मेरी तबियत खराब थी। आश्चर्य यह कि पीओ ने आवेदन लेने तक से इंकार कर दिया।
ऐसे में गेंद डीएम के पाले में है। स्वयं स्थल जांच किया तो भ्रष्टाचार का पोल खुलना तय अन्यथा दूसरे से जांच करवाया तो फिर वही कौआ टर्र टर्र करता रहेगा धान सूखता रहेगा वाली कहावत चरितार्थ होगी।