सीतामढ़ी वार्षिक मेला बंदोबस्ती के लिए 11 व 12 नवंबर को लगेगी बोली – नवादा ।
22 लाख 2 हजार 250 रुपये प्रस्तावित है सुरक्षित राशि
रवीन्द्र नाथ भैया ।
जिले के मेसकौर. प्रखंड के क्षेत्र के रामायण कालीन मां सीता की निर्वासन स्थली व लवकुश की जन्मस्थली सीतामढ़ी में लगने वाले वार्षिक मेला के लिए टेंडर की बोली 11 व 12 नवंबर को होगी।
बंदोबस्ती जिलास्तर पर की जायेगी। यदि किसी कारणवश उक्त निर्धारित तिथि को बंदोबस्ती नहीं होती है, तो क्रमशः 13 नवंबर को पूर्व निर्धारित समय पर बंदोबस्ती की जायेगी।
मेले की बोली न्यूनतम 22 लाख दो हजार 250 रुपये से आरंभ होगी। मेसकौर अंचल अधिकारी अभिनव राज ने बताया कि मेला के लिए 22 लाख 2 हजार 250 रुपये प्रस्तावित सुरक्षित राशि है। इसके 10% राशि बोली लगाने से पहले जमानत राशि के रूप में जिला नाजारत में जमा करना होगा। डाक की कारवाई समाप्त होने के पश्चात सफल डाक वक्ता की राशि को छोड़कर अन्य के द्वारा जमा जमानत राशि वापस कर दी जायेगी। सफल डाक वक्ता की राशि को अग्रिम राशि के रूप में जमा कर दिया जायेगा।
गौरतलब हो कि अगहन पूर्णिमा से एक सप्ताह तक लगने वाला सीतामढ़ी मेला किसानों की समृद्धि से जुडा है। गांव के बड़े बुजुर्ग बताते हैं कि यह मेला किसानों की समृद्धि से जुड़ा है। खेतों से धान फसल घर आने पर किसानों में खुशियों का संचार होता है। कई दिनों की मेहनत के बाद फसल घर आती है, तो खुशियां परवान चढ़ जाती है और उसी उपलक्ष्य में मेले का आयोजन किया जाता है।
हर साल अगहन पूर्णिमा को सात दिनों तक मेले का आयोजन होता है, जिससे इलाके की छटा देखते ही बनती है।
सीतामढ़ी गांव के आसपास के दस कोस के गांव से लोगों का मेले में आना होता है। अब दूसरे जिले से भी लोग मेले का लुत्फ उठाने आने लगे हैं। माता सीता की शरणस्थली सीतामढ़ी में भव्य मेला लगता है। यह मेला काष्ठ कला के लिए प्रसिद्ध है। मेले में बच्चों से लेकर युवाओं के मनोरंजन के लिए काफी इंतजाम रहता हैं। जिले के हर लोगों को सीतामढ़ी मेला का बेसब्री से इंतजार रहता है।